कैथल से पंजाब के बॉर्डर इलाकों में जाने वाली बसों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए रोडवेज ने सुरक्षा के मद्देनज़र एहतियाती कदम उठाया है। शुक्रवार से कटरा, पठानकोट और अमृतसर रूट की बस सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न हो। कटरा, अमृतसर और पठानकोट के लिए कैथल से चलने वाली बसों को फिलहाल बंद कर दिया गया है, जबकि संगरूर और पटियाला रूट पर फिलहाल सेवाएं जारी रहेंगी। साथ ही, दुकानों के बाहर लगे एलईडी और साइन बोर्ड को बंद रखने की अपील भी की गई है ताकि ब्लैकआउट की स्थिति में आसानी हो।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच जिले में सायरन टेस्टिंग और ब्लैकआउट ट्रायल भी किया गया, जिससे प्रशासन की तैयारियों को परखा गया। अधिकारियों का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है, हालात सामान्य हैं और ये सभी कदम एहतियातन उठाए जा रहे हैं।
कैथल रोडवेज ने बॉर्डर रूट्स की बसें रोकीं, सख्त सुरक्षा प्रबंध
भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के बीच हरियाणा रोडवेज ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए अहम फैसला लिया है। शुक्रवार से कैथल से चलने वाली पठानकोट, अमृतसर और कटरा जाने वाली बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह निर्णय प्रदेश सरकार के आदेशों के आधार पर महाप्रबंधक कमलजीत चहल द्वारा लिया गया है।
फिलहाल कैथल से पंजाब के संगरूर और पटियाला के लिए बस सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी। शुक्रवार को सुबह जो बसें अमृतसर और पठानकोट के लिए रवाना हुई थीं, उन्हें भी जालंधर से वापस लौटा लिया गया। इन रूटों पर रोडवेज की एक-एक बस चलती है जो अब अगले आदेश तक बंद कर दी गई हैं।
महाप्रबंधक के अनुसार, यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए एहतियातन लिया गया है। जैसे ही हालात सामान्य होंगे, इन रूट्स पर फिर से सेवाएं बहाल की जाएंगी। तब तक यात्रियों से अपील है कि वे सफर की योजना बनाते समय अपडेट जरूर लें।
एलईडी बंद करें, ब्लैकआउट ट्रायल शुरू, लोक अदालत भी स्थगित
सिर्फ बसें ही नहीं, प्रशासन ने शहर की रोशनी पर भी फोकस किया है। उपायुक्त प्रीति ने सभी दुकानदारों और मार्केट एसोसिएशन से अपील की है कि वे अपनी दुकानों के बाहर लगे एलईडी और साइन बोर्ड फिलहाल बंद रखें। इसका उद्देश्य संभावित ब्लैकआउट की स्थिति में आसान प्रबंधन सुनिश्चित करना है।
इसके अलावा, जिला प्रशासन ने शुक्रवार शाम 5 बजे सायरन बजाकर टेस्टिंग की। उपायुक्त का कहना है कि स्थिति पूरी तरह सामान्य और शांतिपूर्ण है, लेकिन यह तैयारियां एहतियातन की जा रही हैं ताकि भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
इधर, 10 मई को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत को भी आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है। सीजेएम कंवल कुमार ने इसकी जानकारी दी और बताया कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार यह निर्णय लिया गया है।