Virat Kohli Retirement From Test: भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े चेहरों में से एक, विराट कोहली ने आखिरकार टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। सोमवार को कोहली ने इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल पोस्ट के जरिए इस बात का ऐलान किया। अब वो सिर्फ वनडे फॉर्मेट में खेलते नजर आएंगे। इससे पहले उन्होंने पिछले साल टी20 इंटरनेशनल को भी अलविदा कह दिया था। टेस्ट से उनकी रिटायरमेंट की खबर ने क्रिकेट फैंस को चौंका जरूर दिया, लेकिन कोहली ने जिस अंदाज में इस फैसले को साझा किया, उसने हर क्रिकेट प्रेमी की आंखें नम कर दीं।
36 साल के विराट ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टेस्ट मैच खेला था। उस सीरीज़ में भारत को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। पर्थ टेस्ट में उन्होंने एक शानदार शतक जरूर लगाया था, लेकिन उसके बाद उनके बल्ले से रन नहीं निकले। उनका अंतिम टेस्ट इस साल जनवरी में सिडनी में हुआ था, जहां उन्होंने पहली पारी में 17 और दूसरी में 6 रन बनाए।
2011 से 2025 तक चला टेस्ट सफर
कोहली का टेस्ट डेब्यू जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में हुआ था। उस मैच में उन्होंने पहली पारी में 4 और दूसरी में 15 रन बनाए थे। तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि ये लड़का एक दिन भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान और दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में शामिल होगा।
123 टेस्ट मैचों में 9230 रन, 30 शतक, 31 अर्धशतक और 46.85 की औसत—ये विराट के टेस्ट करियर की कहानी है। खास बात ये है कि उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में 7 दोहरे शतक भी लगाए, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा हैं। इस लिस्ट में उन्होंने सचिन, सहवाग, द्रविड़ और गावस्कर जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया।
कप्तान के रूप में भी रचा इतिहास
विराट ने सिर्फ बल्ले से नहीं, अपनी कप्तानी से भी टेस्ट क्रिकेट में नई जान डाली। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की, जिनमें से 40 में टीम को जीत मिली। जब उन्होंने कमान संभाली थी, भारत टेस्ट रैंकिंग में सातवें नंबर पर था। लेकिन उनकी अगुआई में टीम वर्ल्ड नंबर-1 बनी और लगातार विदेशों में भी जीत दर्ज की।
उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की धरती पर टेस्ट सीरीज में हराया, जो एक ऐतिहासिक पल था। उन्होंने तेज गेंदबाजों को बढ़ावा दिया और भारतीय टीम की फिटनेस स्टैंडर्ड को एक नए स्तर पर पहुंचाया।
इंस्टाग्राम पोस्ट में जाहिर किए जज्बात
अपनी रिटायरमेंट पोस्ट में विराट ने लिखा, “टेस्ट क्रिकेट में पहली बार ब्लू कैप पहनने के 14 साल हो गए हैं। कभी नहीं सोचा था ये सफर मुझे कहां ले जाएगा। इस फॉर्मेट ने मुझे बहुत कुछ सिखाया – धैर्य, मेहनत, सम्मान और सबसे ज़रूरी, खुद पर भरोसा करना। सफेद कपड़ों में खेलना मेरे लिए हमेशा एक निजी और खास अनुभव रहा है।”
View this post on Instagram
उन्होंने आगे कहा, “ये फैसला लेना आसान नहीं था, लेकिन ये सही समय है। मैंने इस खेल को दिल से खेला है और इसने मुझे उम्मीद से कहीं ज़्यादा दिया। इस सफर में मेरे साथ रहे हर एक इंसान का शुक्रिया। टेस्ट क्रिकेट का मेरा सफर हमेशा मेरी मुस्कान की वजह रहेगा।”
टेस्ट में बने रहना आसान नहीं था
आज जब T20 लीग्स का क्रेज पूरी दुनिया में सिर चढ़कर बोल रहा है, विराट कोहली जैसे खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट की अहमियत को बनाए रखा। उनका खेल, उनकी ऊर्जा और उनका जुनून फैंस को टेस्ट मैच देखने के लिए मजबूर करता रहा। यहां तक कि वेस्टइंडीज के दिग्गज सर विव रिचर्ड्स भी उनके टेस्ट क्रिकेट प्रेम और खेलने के अंदाज के मुरीद रहे हैं।
टेस्ट और T20 को अलविदा कहने के बावजूद विराट कोहली अभी वनडे क्रिकेट खेलते रहेंगे। उन्होंने अब तक 302 वनडे में 14181 रन बनाए हैं, जिसमें 51 शतक और 74 अर्धशतक शामिल हैं। उनका एवरेज 57.88 का है, जो बताता है कि वो इस फॉर्मेट में अब भी टॉप पर हैं।
विराट कोहली का इंटरनेशनल करियर – एक नजर में:
- टेस्ट क्रिकेट: 123 मैच, 210 पारियां, 9230 रन, 30 शतक, 31 अर्धशतक, एवरेज 46.85
- वनडे क्रिकेट: 302 मैच, 290 पारियां, 14181 रन, 51 शतक, 74 अर्धशतक, एवरेज 57.88
- टी20 इंटरनेशनल: 125 मैच, 117 पारियां, 4188 रन, 1 शतक, 38 अर्धशतक, एवरेज 48.69
कोहली के टेस्ट से हटने के बाद एक युग का अंत जरूर हुआ है, लेकिन क्रिकेट से उनका रिश्ता अभी बाकी है। वनडे फॉर्मेट में वो खेलते रहेंगे और फैंस को उनका खेल देखने का मौका मिलता रहेगा। जिस तरह से उन्होंने पिछले डेढ़ दशक में भारतीय क्रिकेट को नई पहचान दी, वो हमेशा याद रखा जाएगा।